– छात्र शुभम की हालत नाजुक, तनाव व्याप्त
रायपुर। बीते रविवार को रायपुर शहर के हीरापुर में कुत्ते को लेकर एक नाटकीय घटना में दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई। इस घटना को लेकर कबीर नगर थाने में एफ आई आर दर्ज की गई है। एफ आई आर दर्ज कराते हुए पीड़ित रणजीत सिंह ने बताया कि 11 मई 2025 , शाम 5 बजे के करीब मेरे पड़ोसी कमलेश तिवारी मेरे घर के सामने अपने कुत्ते को शौच कराने लगे और गंदगी कराने लगे । इस पर मैने विरोध किया तो कमलेश तिवारी ने गाली गलौच देते हुए और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि रोड तुम्हारे बाप का नहीं है। इसके बाद उसी शाम को जब मैं अपने बेटे शुभम सिंह के साथ बाहर कुर्सी पर बैठा था तो पीछे से हर्ष तिवारी ने डंडा से हमला कर दिया। उसने मुझे और मेरे बेटे शुभम को बुरी तरह पीटा। बीच बचाव करने आई मेरी पत्नी सुषमा सिंह के साथ आदर्श तिवारी, कमलेश तिवारी और अनिता तिवारी ने मारपीट की । इससे मैं, मेरा बेटा, मेरी पत्नी को सिर पर गंभीर चोट आई, जिसके बाद पुलिस ने एम्स में इलाज करवाया। समाचार लिखे जाने तक पीड़ित छात्र शुभम सिंह की हालत नाजुक है और मुहल्ले में तनाव व्याप्त है।
भाजपा नेत्री पर हुआ FIR
यहां यह बता दें कि आरोपी अनीता तिवारी भाजपा महिला मोर्चा की नेता है और बूथ अध्यक्ष भी हैं। मुहल्ले के लोगों ने बताया कि श्रीमती तिवारी और उनके परिजनों का भाजपा के सत्ता में आने के बाद से मुहल्ला में लोगों के साथ गलत व्यवहार रहता है।इस घटना के बाद रणजीत सिंह और उनका परिवार भयग्रस्त हैं ।
भाजपा नेता विशाल पांडेय की मिलीभगत प्रकाश में आई
इस पूरे घटनाक्रम में जिला भाजपा युवा मोर्चा उपाध्यक्ष विशाल पांडे की मिली भगत से मोहल्ले में तनाव व्याप्त हो गया है। बताया गया कि विशाल पांडे ने भाजपा के बड़े नेताओं से बात करके पीड़ित रणजीत सिंह का न सिर्फ एफ आई आर दर्ज होने में अड़ंगा लगा रहे थे बल्कि मोहल्ले में धमकी दिलवाकर पीड़ित पर केस नहीं करने का दबाव बना रहे थे। स्थिति बिगड़ते देख शहर के बुद्धिजीवी वर्ग और भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं के फटकार लगाने पर विशाल पांडे ने अपना पक्ष लेना बंद किया है। बावजूद इसके श्री पांडे पिछले दरवाजे से कबीरनगर थाने के संपर्क में हैं।
चुनावी रंजिश की भेंट चढ़ा यह घटना
इस पूरे घटनाक्रम को बीते पार्षद चुनाव से देखा जा सकता है। हीरापुर नगर वासियों ने बताया कि भाजपा नेता विशाल पांडे बीते पार्षद चुनाव में प्रत्याशी थे और इस चुनाव में पीड़ित रणजीत सिंह के चाहने वाले लोगों ने उन्हें मदद नहीं किया था। जब यह घटना घटी तो विशाल पांडे ने अपना चुनावी रंजिश रणजीत सिंह के विरोधियों के साथ मिलकर निकालने की ठानी। बीते पार्षद चुनाव में हुआ यह था कि हीरापुर में भाजपा के दो दल हो गए थे, जिसमें पार्षद प्रत्याशी विशाल पांडे के विरोधी पीड़ित रणजीत सिंह के चाहने वाले लोग थे। इसी को आधार बनाकर श्री पांडे ने रणजीत सिंह से बदला लेना चाहा। इस घटना के बाद राजनैतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
Leave a Reply